क्राइम बैठक में बांदा एसपी ने थाना प्रभारियों को दिए निर्देश
क्राइम कंट्रोल के अलावा घटनाओं के खुलासे पर एसपी ने दिया जोर
UP TIMES MEWS- पेशेवर अपराधियों पर बांदा एसपी ने कड़ा रुख अपनाया है। क्राइम बैठक में एसपी ने थाना प्रभारियों को क्राइम कंट्रोल किए जाने के साथ-साथ अपराधियों पर नकेल कसने के निर्देश दिए हैं।
समीक्षा बैठक में पुलिस अधीक्षक बांदा पलाश बंसल ने कहा कि संगठित अपराधों तथा गिरोहबन्द अपराधों पर कड़ी कार्यवाही के निर्देश देते हुए आदेशित किया कि ऐसे अपराधियों पर गैंगस्टर एक्ट, गुण्डा एक्ट के तहत प्रभावी निरोधात्मक कार्यवाही की जाए साथ ही लगातार अपराधों में शामिल अभियुक्तों की हिस्ट्रीशीट खोली जाए तथा जिला बदर की कार्यवाही की जाए। एसपी ने कहा कि ऑपरेशन त्रिनेत्र के प्रभावी क्रियान्वयन के निर्देश दिए गए, उन्होने कहा की सीसीटीवी कैमरों की कई घटनाओं के अनावरण में महत्वपूर्ण भूमिका है। सभी थाना प्रभारी यह सुनिश्चित करे कि मुख्य चैराहों, धार्मिक स्थलों, पेट्रोल पम्प, शराब की दुकानों, सर्राफा दुकानों पर पर्याप्त संख्या में सीसीटीवी कैमरे लगे, इसके लिए सभी संबंधित लोगों एवं संस्थानों से वार्ता कर उन्हे अधिक से अधिक सीसीटीवी कैमरे लगाने के लिए प्रेरित करें। थाना क्षेत्र में एंट्री और एक्जिट प्वाइंटों पर अनिवार्य रुप से सीसीटीवी कैमरे इंस्टाल कराने के निर्देश दिए। उन्होने कहा कि चोरी, नकबजनी तथा टप्पेबाजी जैसी घटनाओं पर प्रभावी नियंत्रण लगाने हेतु नियमित पैदल गस्त, वाहन चेकिंग बैंक चेकिंग के निर्देश दिए गए। उन्होने निर्देशित किया कि प्रत्येक थाना क्षेत्र में 02 रात्रि मोबाइल पार्टी निरन्तर भ्रमणशील रहें साथ ही सूनसान स्थानों पर पीआरवी वाहनों का स्टॉप प्वाइंट बनाया जाए। सामुदायिक पुलिसिंग पर जोर देते हुए उन्होने निर्देशित किया कि थाना क्षेत्र के सभी सम्प्रदाय के सम्भ्रान्त एवं प्रभावशाली व्यक्तियों के साथ पुलिस का बेहतर समन्वय होना चाहिए जिससे पुलिस को शांति एवं कानून व्यवस्था के समक्ष आने वाली चुनौतियों की पहले सूचना मिल जाती है और उसका बेहतर प्रबन्धन किया जा सकता है। उन्होने निर्देशित किया कि कोई भी जुलूस, आयोजन या समारोह के संबंध में आयोजकों से पूर्व में ही वार्ता करके आवश्यक सुरक्षा प्रबंध किए जाने चाहिए। पुलिस अधीक्षक ने कहा कि लम्बित विवेचनाओं की समीक्षा के क्रम में उन्होने निर्देशित किया कि लम्बित विवेचनाओं का त्वरित एवं गुणवत्तापूर्ण निस्तारण किया जाए, सभी क्षेत्राधिकारी अपने-अपने सर्किल के विवेचकों का नियमित रुप से अर्दली रुम कर यह सुनिश्चित करें कि विवेचनाओं का त्वरित निस्तारण हो। प्रभावी जनसुनवाई एवं शिकायतों का प्रभावी निस्तारण-समीक्षा बैठक में उन्होने सभी क्षेत्राधिकारियों एवं थाना प्रभारियों को प्रभावी जनसुनवाई के निर्देश दिए और कहा कि शिकायतों का निस्तारण भौतिक होना चाहिए तथा शिकायतकतर्ता की संतुष्टि ही निस्तारण का आधार हो। थाने पर आने वाले लोगों से पुलिस का व्यवहार विनम्र हो तथा किसी से भी किसी प्रकार की अभद्रता क्षम्य नहीं होगी। समीक्षा बैठक में उन्होने कहा की बीट प्रणाली पुलिस व्यवस्था की रीढ़ है, सभी थाना प्रभारी यह सुनिश्चित करें कि बीट प्रणाली का बेहतर ढ़ंग से क्रियान्वयन हो। मानक के अनुरुप महिला बीट आरक्षियों को भी नियुक्त किया जाए। सभी क्षेत्राधिकारियों को निर्देशित किया गया कि नियमित रुप से बीट बुक को चेक किया जाए तथा उस पर नोट अंकित किया जाए। उन्होने कहा कि वे स्वयं प्रत्येक दिन हर थाने से एक बीट आरक्षी की बीट बुक को चेक करेंगे। बैठक में एडीशनल एसपी शिवराज, सीओ सिटी राजीव प्रताप सिंह, सदर राजवीर सिंह गौर, अतर्रा प्रवीण कुमार, बबेरू सौरभ सिंह, नरैनी कृष्णकांत त्रिपाठी आदि मौजूद रहे।