ग्रामीणों को सुरक्षित स्थानों में रहने की दी सलाह
पहचान कार्ड साथ रखने के अलावा जरूरतमंद सामग्री अपने साथ रखने की दी सलाह
UP TIMES NEWS- बाढ़ संबंधी सावधानियां को लेकर बांदा डीएम ने एडवाइजरी जारी करते हुए लोगों को सावधानियां बरतने की अपील की है।
तेज बारिश के साथ-साथ बांदा जिले में केन तथा यमुना का बढ़ रहे जल स्तर को लेकर डीएम जे रीभा बिल्कुल अलर्ट है। जिलाधिकारी जे रीभा के द्वारा बाढ़ बाढ़ के दौरान “क्या करें”और “क्या न करें” जन-जीवन की सुरक्षा के लिए एडवाइजरी जारी की है। डीएम ने कहा कि केन तथा यमुना नदी का पानी निरंतर बढ़ रहा है। इसको लेकर डीएम ने बाढ़ के समय की सावधानियाँ बरतने की अपील की है।
जलस्तर बढ़ने के दौरान क्या करें
रेडियो, टीवी, मोबाइल अलर्ट या सरकारी सूचना तंत्र से मौसम और बाढ़ की जानकारी लेते रहें।
उच्च स्थान पर जाएं:
बाढ़ आने की स्थिति में तुरंत घर की ऊँची मंज़िल या नज़दीकी ऊँचे सुरक्षित स्थान पर जाएँ। जरूरी सामान तैयार रखें। टॉर्च, बैटरी, दवाइयाँ जरूरी दस्तावेज आधार, राशन कार्ड अपने साथ रखे।
सूखा खाना, पानी, कपड़े,मोबाइल चार्जर / पावर बैंक हमेशा अपने साथ रखें। बिजली और गैस कनेक्शन बंद कर दें। घर छोड़ने से पहले बिजली और गैस सप्लाई बंद कर दें। पड़ोसियों की मदद करें।
बुजुर्ग, बच्चे, और विकलांग व्यक्तियों की सहायता करें। सरकारी सहायता केंद्र की जानकारी रखें:
राहत कैंप या निकटतम प्राथमिक चिकित्सा केंद्र की जानकारी पहले से रखें।
क्या न करें (Don’ts):
बाढ़ के पानी में न चलें।
तेज बहाव वाले पानी में चलना जानलेवा हो सकता है,भले ही पानी कम दिखाई दे। बिजली के खंभों और टूटे तारों से दूर रहें। गीले वातावरण में करंट लगने का खतरा रहता है। अफवाहों पर विश्वास न करें।
सोशल मीडिया या अफवाहों के आधार पर निर्णय न लें, केवल सरकारी सूचना पर भरोसा करें।
खुले कुएं, गड्ढों और सीवर से दूर रहें। बहते पानी में ये नजर नहीं आते और दुर्घटना हो सकती है। बचाव दल को बाधा न बनें। बचाव कार्य में लगे कर्मचारियों का सहयोग करें। बिना जरूरी वाहन न चलाएं। जलभराव वाले इलाकों में वाहन चलाना दुर्घटनाजनक हो सकता है। किसी भी समस्या के लिए 05192 285260, 1070, 1077, 108, 112, 9454441081, 9452662412, पर कॉल करने के साथ अपनी समस्या दर्ज कराए।