पिछले 7 सालों से कंप्यूटर ऑपरेटर का काम देख रहा है संविदा लाइनमैन
भूरागढ़ एसडीओ की आईडी चलाने का ऑपरेटर को मिला हुआ है बड़ा पावर
बाँदा। एक तरफ बिजली विभाग बिजली चोरी करने के हर हथकण्डे अपना रहा है। वहीं दूसरी तरफ कनेक्शन के नाम पर कर्मचारियों के द्वारा कनेक्शन धारकों को बेवजह परेशान किया जा रहा है। ताजा एक और नया मामला प्रकाश में आया है। पिछले 7 सालों से कंप्यूटर ऑपरेटर का काम देख रहा संविदा लाइनमैन पैसा न मिलने पर कनेक्शन धारकों के धड़ाधड़ आवेदन निरस्त कर रहा है।
बताते चलें कि उत्तर प्रदेश सरकार तथा बिजली विभाग के बड़े अफसर बिजली चोरी रोकने के लिए आए दिन नए डायरेक्शन दे रहे हैं। चोरी को रोकने के लिए पूरे प्रदेश में स्मार्ट मीटर लगाए जाने की मुहिम भी चल रही है। बिजली विभाग द्वारा बड़े बकायादारों से वसूली अभियान चलाया जा रहा है। सरकार तथा विभाग की मुहिम के बाद अगर लोग जागरुक हो रहे हैं तो बिजली विभाग के ही भ्रष्ट अफसर तथा कर्मचारी कनेक्शन देने के नाम पर लोगों को बेवजह परेशान कर रहे हैं। शहर बांदा के पीली कोठी स्थित विद्युत सब स्टेशन में एक प्राइवेट संविदा लाइनमैन महेश रैकवार पिछले 7 सालों से पीली कोठी में कंप्यूटर ऑपरेटर के पद पर कार्यरत है। कंप्यूटर ऑपरेटर महेश रैकवार को सहायक अभियंता भूरागढ़ आशीष कुमार की आईडी चलाने का उसे पावर मिला हुआ है। आवेदन आगे बढ़ाने के नाम पर कंप्यूटर ऑपरेटर के द्वारा खुलेआम कनेक्शन धारकों से पैसों की मांग की जा रही है। पैसा ना देने पर उसके द्वारा आवेदन निरस्त कर दिए जाते हैं। यही नहीं कंप्यूटर ऑपरेटर महेश रैकवार सहायक अभियंता आशीष कुमार के अलावा अवर अभियंता राहुल सोनी सहित कई अधिकारियों की रिपोर्ट लगवाने का ठेका भी लेता है। एक ताजा मामला हाल ही में प्रकाश में आया है। बबेरू कस्बा निवासी अमित कुमार ने भूरागढ़ औद्योगिक क्षेत्र में 2 किलो वाट कमर्शियल कनेक्शन का आवेदन किया था। पूरी प्रक्रिया होने के बाद पिछले 7 जून से एसडीओ आशीष कुमार की आईडी में बाकायदा आवेदन शो भी कर रहा है। पीड़ित अमित कुमार ने बताया कि आवेदन आगे बढ़ाने के नाम पर कंप्यूटर ऑपरेटर महेश रैकवार ने ₹5000 की मांग की। जब उसने सभी दस्तावेज पूरे होने की बात कही। साथ ही पैसा देने से मना कर दिया तो दो दिन पहले कंप्यूटर ऑपरेटर ने अपना आधिकारिक पावर दिखाते हुए कनेक्शन को तत्काल प्रभाव में खामियां दिखाकर निरस्त कर दिया। इस आशय की शिकायत पीड़ित ने अधिशासी अभियंता शहरीय राजीव रंजन से की है। बताते चलें कि कंप्यूटर ऑपरेटर महेश रैकवार कई अधिकारियों का कमाऊ पूत है। पिछले 7 सालों से वह पीली कोठी में अंगद की तरह पांव जमाए बैठा हुआ है। पिछले 7 सालों से एक ही सीट में काबिज होने के चलते कंप्यूटर ऑपरेटर का पावर एसी तथा एक्सईएन से भी बड़ा हो गया है। जो वह अपनी मनमर्जी का काम कर रहा है। कंप्यूटर ऑपरेटर की हरकतों से कनेक्शन धारक बेहद त्रस्त हैं। अधिशासी अभियंता राजीव रंजन ने कहा कि मामला संज्ञान में आया है। कंप्यूटर ऑपरेटर के विरुद्ध कार्यवाही की जाएगी।