बाँदा-मुझसे न पूछो,क्या मेरी मां है—

कवि सम्मेलन में साहित्यकारों ने मचाई धूम

UP TIMES NEWS- काव्य पाठ के माध्यम से साहित्यकारों ने कवि सम्मेलन में खूब वाहवाही लूटी। साथ ही कविताओं के माध्यम से अपने हुनर दिखाते हुए खूब समा बांधा। साथ ही जमकर धूम मचाई।
गणेश भवन उत्सव शास्त्री नगर में कवि सम्मेलन किया गया। कार्यक्रम का आयोजन नूतन बाल समाज गणेश भवन के सभापति अशोक कुमार त्रिपाठी जीतू भैया एवं सुशील कुमार द्विवेदी द्वारा किया गया। सरस्वती वंदना श्रीमती अंबे तिवारी द्वारा की गई। मुख्य अतिथि विधायक नरैनी ओम मणि वर्मा द्वारा दीप प्रज्वलित कर कार्यक्रम का शुभारंभ किया गया। कार्यक्रम की अध्यक्षता डॉक्टर गया प्रसाद त्रिपाठी ने की एवं मुख्य अतिथि डॉ चंद्रिका प्रसाद दीक्षित ललित रहे। संचालक रमेश चंद्र योगा ने सज गया है चमन,हे गजानन नमन, के साथ कार्यक्रम की शुरुआत की। पढ़ते हुए वरिष्ठ कवि केवल प्रसाद द्विवेदी ने काव्य पाठ में, कर दो कृपा हे गजानन दास पर, ठाकुरदास शर्मा पंछी ने बप्पा चप्पा चप्पा फैला है अंधियारा, मिथिलेश मिश्रा ने ,सबने वोट दिया होता तो, श्रीमती रीता गुप्ता ने,आज नदिया सी बहना चाहती हूं,अनिल द्विवेदी ने, मुझसे ना पूछो कि क्या मेरी मां है, अजय शर्मा ने,रोजगार बिन पढ़ा लिखा हर युवा आज लाचार है ,श्रीमती छाया सिंह ने रेत का व्याकरण, राजेंद्र तिवारी स्वदेश ने राष्ट्र की भाषा बनी न हिंदी बीते वर्ष 77,प्रकाश चंद्र सक्सेना विनीत ने, मोबाइल है हाथ में ऊंचा सुनते कान, कमल सिंह कमल ने, मैं कवि हूं न गीतकार न ज्ञानी ही विज्ञानी,दयानंद सिंह ने, बना के सारथी फिर से मेरे श्याम आ जाओ, योगेश कुमार ने, अभी तो उसके नयन नए हैं, के अलावा डॉ चंद्रिका प्रसाद ने काव्य पाठ कर साहित्यकारों ने जमकर वाहवाही लूटी।

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