बांदा डीएम ने जीना सुल्ताना के वतन वापसी की राह की आसान
डीएम एडीएम के अलावा बबेरू सीओ ने वतन वापसी कराने में की आर्थिक मदद
कुलदीप गुप्ता
पैसे के अभाव में भारत देश के साथ-साथ शहर बांदा में दर-दर की ठोकरे खा रही जीना की अपने वतन लौटने की राह आसान हो गई है। डीएम तथा सीओ बबेरू की मदद की बदौलत मॉरीशस की नागरिक जीना सुल्ताना 16 साल बाद अपने वतन वापस लौट सकेगी।
गौरतलब हो कि मॉरीशस की रहने वाली जीना सुल्ताना पिछले 16 साल पहले भारत आई हुई थी। दिल्ली में उसका अच्छा खासा कारोबार था। उसके बिजनेस में उसे वक्त ग्रहण लग गया। जब उसकी दोस्ती बाँदा निवासी एक युवक से हो गई। नजदीकियां बनाकर युवक जीना के करीब पहुंच गया। दोनों के बीच दोस्ती इस कदर परवान चढ़ी कि दोनों ने आपस में दोस्ती को रिश्ते में बदल लिया। कुछ दिन तक युवक जीना सुल्ताना के साथ रहा। पूरे कारोबार तथा विदेशी महिला का धन हड़पने के बाद युवक उसे चकमा देकर अपने घर शहर बांदा भाग गया। पूरा कारोबार ध्वस्त हो चुका था। जीना भी सड़क पर आ चुकी थी। खोजबीन करते हुए जीना किसी तरह बांदा आई। यहां उसे युवक के घर का पता भी चल गया। मामला काफी हाई प्रोफाइल रहा। नौबत मुकदमे बाजी तक पहुंच गई। पुलिस ने मुकदमा दर्ज करने के बाद युवक को जेल भेज दिया। युवक के जेल जाने के बाद जीना सुल्ताना का दिल्ली से बांदा आना-जाना लगा रहा। कुछ दिन तक वह शहर में बनी रही। आसपास के लोग उसकी बेबशी को देखते हुए खाने पीने का इंतजाम भी कर देते थे। न्यायालय में तारीखों तथा न्याय पानी की उम्मीद में जीना ने स्टेशन रोड में किराए का कमरा लेकर रहने लगी। हालात इतने बिगड़ते गए कि कमरे का किराया देने की बात तो दूर मॉरीशस की महिला को खाने के लाले पड़ने लगे। इस बात की जानकारी जब सहयोगियों के अलावा कोतवाली में तैनात सिपाही सत्यम गुर्जर को हुई तो उन्होंने महिला को खाने-पीने का इंतजाम कराने के बाद कमरे का किराया अदा किया। मामला धीरे-धीरे अधिकारियों के कानों तक पहुंच गया। मॉरीशस की महिला जीना सुल्ताना की दास्तान सुनकर जिलाधिकारी जे रीभा का कलेजा फट गया। जिलाधिकारी ने अपर जिलाधिकारी राजेश कुमार को जिन को वतन वापसी कराने के निर्देश दिए। अपर जिलाधिकारी राजेश कुमार ने जीना सुल्ताना की वतन वापसी का टिकट कराया। वतन वापसी की 6 तारीख भी मिली है। जीना सुल्ताना दिल्ली से फ्लाइट के जरिए अपने वतन मॉरीशस वापस जाएगी। सोशल मीडिया के जरिए जब इस आशय की जानकारी बबेरू सीओ सौरभ सिंह को हुई तब उनका भी दिल दहल गया। सीओ सौरभ सिंह ने बांदा से दिल्ली तक ट्रेन से जाने के बाद फ्लाइट में आने वाले निजी खर्चों के निर्वाहन का जिम्मा उठाया। साथ ही जीना सुल्ताना की उन्होंने आर्थिक मदद की।
वतन लौटने की उम्मीद छोड़ चुकी थी जीना
जीना सुल्ताना भारत आने के बाद अब वह वतन वापस लौटने की उम्मीद छोड़ चुकी थी। टिकट तथा किराया का पैसा ना होने के कारण अब उसे यह लग रहा था कि अब उसकी सांसे भारत में ही थम जाएंगी। जिलाधिकारी जे रीभा तथा सीओ सौरभ सिंह की मदद के बाद जीना सुल्ताना सकुशल अपने वतन लौट कर चली जाएगी।
डीएम,सीओ को किया शुक्रिया
वतन वापस लौटने की उम्मीद छोड़ चुकी जीना सुल्ताना को जब इस बात की भनक लगी की बांदा की डीएम जी रीभा, अपर जिलाधिकारी राजेश कुमार तथा सीओ सौरभ सिंह उसके वतन वापसी का प्रबंध कर रहे हैं। टिकट बुक होने के बाद जीना सुल्ताना ने जिलाधिकारी जे रीभा तथा सीओ सौरभ सिंह से फोन पर वार्ता की। अधिकारियों के लिए दुआएं मांगने के साथ जीना सुल्ताना ने उन्हें शुक्रिया अदा किया।
कमिश्नर, एसपी ने भी दिया मदद का भरोसा
जीना सुल्ताना की वतन वापसी के लिए हर कोई दुआएं कर रहा था। लेकिन मदद के नाम पर कोई आगे नहीं आ रहा था। जब लाखों रुपए खर्च की बात आती थी तो अच्छे-अच्छे दिग्गज बैक फुट पर आ जाते थे। एक तरफ जहां डीएम जे रीभा,एडीएम राजेश कुमार, सीओ सौरभ सिंह की मदद की बदौलत जीना सुल्ताना भारत से मॉरीशस के लिए रवाना होगी। वही कमिश्नर अजीत कुमार तथा एसपी पलाश बंसल, एडिशनल एसपी शिवराज ने भी जीना सुल्ताना की मदद किए जाने का आश्वासन दिया है।