विकास कार्यों की कमिश्नर ने की समीक्षा
फार्मर रजिस्ट्री के कार्य में तेजी लाये जाने के लिए किया निर्देशित
यूपी न्यूज टाइम्स-विकास कार्यों की आयोजित मंडल स्तरीय बैठक में कमिश्नर के तेवर काफी हद तक कड़े दिखे। एक तरफ जहां कमिश्नर ने कार्यों में तेजी लाने के निर्देश दिए। वहीं दूसरी तरफ फैमिली आईडी सहित फार्मर रजिस्ट्री में तेजी से कार्य किए जाने के निर्देश दिए हैं।
चित्रकूट धाम मंडल के आयुक्त अजीत कुमार की अध्यक्षता में मंडलीय विकास कार्यों की समीक्षा बैठक आयुक्त सभागार में सम्पन्न हुई। आयुक्त अजीत कुमार ने निर्देशित किया कि स्वास्थ्य, शिक्षा, सड़क, एवं विद्युत जैसे महत्वपूर्ण क्षेत्रों पर विशेष ध्यान केंद्रित किया जाए। उन्होंने सभी मुख्य विकास अधिकारियों को निर्देश दिया कि “फैमिली आईडी” परियोजना में प्रगति लायी जाए और “फार्मर रजिस्ट्री” के कार्यों में भी तेजी लाई जाए, ताकि सभी पात्र कृषकों को योजनाओं का समुचित लाभ मिल सके।उन्होंने सभी जनपदों को निर्देशित किया कि आईजीआरएस (जन शिकायत निवारण प्रणाली) से संबंधित शिकायतों का गुणवत्ता युक्त एवं समयबद्ध निस्तारण सुनिश्चित किया जाए, क्योंकि यह माननीय मुख्यमंत्री की सर्वोच्च प्राथमिकताओं में से एक है।उपनिदेशक शिक्षा को निर्देशित किया गया कि वे निरंतर विद्यालयों का निरीक्षण करें एवं “ऑपरेशन कायाकल्प” के अंतर्गत विद्यालयों की साफ-सफाई, पठन-पाठन की गुणवत्ता तथा शिक्षकों की उपस्थिति आदि की नियमित समीक्षा करें। आयुक्त ने यह भी स्पष्ट निर्देश दिए कि मुख्यमंत्री आवास योजना में जिन जनपदों की रैंकिंग कमजोर है, वहां सुधारात्मक कार्यवाही की जाए तथा यह सुनिश्चित किया जाए कि केवल पात्र लाभार्थियों को ही शासन की योजनाओं का लाभ प्रदान किया जाए। बैठक के दौरान जल जीवन मिशन, शादी अनुदान योजना, मत्स्य उत्पादन, निराश्रित एवं विधवा महिला पेंशन आदि योजनाओं की भी समीक्षा की गई। उन्होंने बिसंडा एवं बबेरू ब्लॉकों में जल जीवन मिशन के अंतर्गत प्रगति लाने के निर्देश संबंधित अधिकारियों को दिए। मुख्य चिकित्सा अधिकारियों को निर्देशित किया गया कि वे अपने-अपने जनपदों की स्वास्थ्य सेवाओं की रैंकिंग में सुधार हेतु आवश्यक कदम उठाएं। उपनिदेशक पंचायत को निर्देश दिया गया कि स्वच्छ भारत मिशन के तहत केवल पात्र लाभार्थियों को ही शौचालय आवंटित किए जाएं, तथा अपात्र व्यक्तियों को योजना से बाहर रखा जाए।मुख्य विकास अधिकारियों को यह भी निर्देशित किया गया कि वे ग्राम पंचायतों में खुली बैठकें आयोजित कर जनसमस्याओं को सुनें, एवं ब्लॉक स्तरीय निरीक्षण को नियमित रूप से संपन्न करें। साथ ही, प्रत्येक दो अस्पतालों, दो विद्यालयों एवं दो हेल्थ सेंटरों का निरीक्षण कर उसकी रिपोर्ट प्रस्तुत करें। अपर जिला अधिकारियों को भी निर्देशित किया गया कि वे दो-दो तहसीलों, दो-दो अस्पतालों एवं दो-दो विद्यालयों का निरीक्षण कर इसकी विस्तृत रिपोर्ट आयुक्त को उपलब्ध कराएं। उन्होंने इस संजीवनी एवं VHND के अंतर्गत गर्भवती महिलाओं की जांच किए जाने वाले कार्यों में मुख्य चिकित्सा अधिकारियों को निर्देशित किया।आयुक्त अजीत कुमार ने कहा कि जनपद एवं मंडल स्तर पर योजनाओं के प्रभावी क्रियान्वयन, पारदर्शिता एवं जवाबदेही सुनिश्चित की जाए, ताकि शासन की प्राथमिकताएं आमजन तक सुचारू रूप से पहुँच सकें। बैठक में जिलाधिकारी जे रीभा,जिलाधिकारी चित्रकूट शिव शरण अप्पा ,जिलाधिकारी हमीरपुर घनश्याम मीणा आयुक्त प्रशासन अमरपाल सिंह, संयुक्त विकास आयुक्त सहित समस्त मंडल स्तरीय अधिकारी उपस्थित रहे।